Shilpi Goel
20 Oct, 2022
झिलमिलाती रोशनी....
....कहती है,
जगमग हुआ संसार।
हाँ, शायद आ गया दीपों का त्यौहार।
त्यौहार को ना बनाना जगमगाहट की आधारशिला,
आओ प्रज्वलित करें मन का हर एक सिरा।
मन का तिमिर मिटेगा जब,
तात्विक जगमग संसार होगा तब।
Paperwiff
by shilpi goel
20 Oct, 2022
जगमग संसार
Comments
Appreciate the author by telling what you feel about the post 💓
No comments yet.
Be the first to express what you feel 🥰.
Please Login or Create a free account to comment.