Shilpi Goel
Shilpi Goel 25 Sep, 2021
बोझ
मैं उन शब्दों का बोझ अपने कांधे पर ताउम्र उठाने को तैयार हूँ, जो मेरे मुख से निकाले गये हैं। परन्तु मैं उन शब्दों के प्रति अपना कर्तव्य नहीं निभा सकता, जो मेरे मुख से निकले नहीं और तुमने समझ लिए हैं।

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by shilpi goel

25 Sep, 2021

कर्तव्य

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