Shilpi Goel
Shilpi Goel 20 Feb, 2022
डायरी के पन्ने.........
गवाह हैं उन तमाम लफ़्ज़ों का जिन्हें हम किसी से कह ना सके, तो कहीं सुबूत हैं भीतर पनपती नयी सोच-नयी क्रान्ति का। कभी समेटे रखते हैं स्वयं में प्रेम से लिपटे सूखे फूल की पंखुड़ियाँ, तो कहीं रखते हैं हिसाब खुद से करी अनगिनत बातों का।।

Paperwiff

by shilpi goel

20 Feb, 2022

New microfables contest

Comments

Appreciate the author by telling what you feel about the post 💓

Please Login or Create a free account to comment.