Shilpi Goel
30 Apr, 2025
धर्म-कर्म
बदले की भावना जो मनुष्य के मन में ना होती
बताओ क्या लिखी गई कभी महाभारत होती???
क्या भूल जाते पांडव द्रौपदी का अपमान???
हंस कर, कर जाते बोलो यह विष-पान
माना बदला लेना समस्या का असली समाधान नहीं होता है
किंतु धर्म के सृजन को अधर्म का विध्वंस भी ज़रूरी होता है
चुप रहने को जब समझा जाने लगे हमारी कमजोरी
तब ईंट का जवाब पत्थर से देना हो जाता है ज़रूरी
बाकी सब कर्मों का हिसाब रखने की मेरे ईश्वर की जिम्मेदारी है
महाभारत में सारथी बन पांडवों की जीवन नौका उन्हीं ने उतारी है
Paperwiff
by shilpi goel
30 Apr, 2025
#revenge
Comments
Appreciate the author by telling what you feel about the post 💓
No comments yet.
Be the first to express what you feel 🥰.
Please Login or Create a free account to comment.