Shilpi Goel
15 Apr, 2021
एहसास
घर की चारदीवारी में फैले यह कैसे अंधेरे हैं,
हर तरफ है शोर कितना फिर भी सन्नाटे घेरे हैं,
हटा कर देखो तो सही पर्दा मशरूफियत का,
किस तरह बूढ़े माँ-बाप हर आहट पर तकते तुझको और हवा के हर झोंके में महसूस करते 'एहसास' को बस तेरे हैं।
Paperwiff
by shilpi goel
15 Apr, 2021
#microfablescontest #एहसास #बुज़ुर्ग
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