Shilpi Goel
25 Feb, 2022
एक चिट्ठी बिना पते की......
जाने कब दिल में उतर गयी।
जो बात ना समझा सकी पता जानने वालों को,
बिन नाते ही मुझको सब समझा गयी।
एक चिट्ठी बिना पते की.......
आज मेरा स्थिर पता है बन गयी।।
Paperwiff
by shilpi goel
25 Feb, 2022
New microfables contest
Comments
Appreciate the author by telling what you feel about the post 💓
No comments yet.
Be the first to express what you feel 🥰.
Please Login or Create a free account to comment.