बचपन में एक कहानी पढ़ी थी जिसमे भगवान अपना सबसे बड़ा भक्त उसे बताते हैं जो अपनी ज़िम्मेदारियों को पूरा करते हुए भी बीच बीच में उनका नाम लेता है । बचपन में जो बात मन को लग जाए वो ज़िन्दगी भर के लिए मन में और जीवन में बैठ जाती है।
मेरे मन में इस कहानी ने काफी प्रभाव छोड़ा। शायद इसलिए ही बहुत ज्यादा मंदिर में नहीं जाती पर हर खुशी गम में अपने भगवान को याद कर लेती हूं। बच्चों को चोट लग जाती है तो पहले उनसे भगवान को धन्यवाद करने को कहती हूं कि बड़ी चोट लगने से बचा लिया उन्होंने।
जब कहीं किसी उलझन में बहुत उलझ जाती हूं तो सब उनपर छोड़ देती हूं कि अब इस प्रश्न का उत्तर आप ही दो और मेरे यकीन का यकीन मेरे भगवान हमेशा रख लेते हैं।
मेरे लिए लंबी पूजा से ज्यादा जरूरी पूरा विश्वास है कि हां भगवान हैं, वो दिखते नहीं तो क्या पर हमेशा साथ हैं और मेरा ये विश्वास मुझे मजबूत बनाता है और हर मुश्किल से लड़ने की शक्ति देता है क्योंकि पता है मुझे - वो सब संभाल लेंगे।
शैली गुप्ता
Comments
Appreciate the author by telling what you feel about the post 💓
👍🙌
Manu Jain Thank you 😍
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