मैंने उसे मुस्कुराते देखा है

Describing life of woman

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Shelly Gupta
Shelly Gupta 10 Jun, 2020 | 0 mins read
#woman

पी कर हलाहल

मैंने उसे मुस्कुराते देखा है

उसकी निश्छल हंसी में

विष को अमृत बनते देखा है

सात फेरों के साथ

नया सफ़र शुरू करते देखा है

उस नए रिश्तों को

मैंने अपनाते देखा है

संजो कर नए पुराने रिश्ते

तलवार की धार पर चलते देखा है

तो कभी रिश्तों के नाम पर

कुर्बान होते हुए देखा है

प्रियतमा से उसका मां तक का

खूबसूरत सफर देखा है

तो रोज़ अपनों से उसका

छले जाना भी देखा है

सब समझते हुए भी

उसका नासमझ बनना देखा है

और थक कर उसका

फूट फूट रोना भी देखा है

हां मैंने औरत को

रोज़ हलाहल पीते देखा है

और उसी ज़िन्दगी में उसे

खुशी से जीते देखा है।


शैली गुप्ता


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