"उफ्फ तौबा, कितनी आफ़त मचा रखी है। कुछ समय तो लगता है भई, थोड़ा तो सब्र करो.... अभी आता हूं।"
"क्या हुआ??? मुझे नहीं पहचाना?? अरे वाकई में नहीं पहचाना.... मैं एक हिंट देता हूं..... जो बीवी से करे प्यार, वो..... से कैसे करे इनकार......।
हां, अब पहचाना ना। मैं हूं हर गृहिणी का सेवक , उसका दोस्त - अनचाहे रिश्तेदारों के आने में मैं ही उसका जिन्न बन जाता हूं।"
"क्या पूछा आपने...मैं किसलिए यहां आया हूं...."
"आना पड़ा, हालांकि उधर गैस पर चढ़ा हुआ था फिर भी बीच में आना पड़ा। नए नॉन स्टिक बर्तनों की भीड़ में अपनी फीकी पड़ती चमक देख कर मुझे आगे आना पड़ा। हर कोई उनके ही गुणगान किए जा रहा है और अपने पुराने वफादार साथी कूकर यानी की मैं, मेरी तरफ किसी का ध्यान ही नहीं है। ऐसे में मैं खुद अपनी लड़ाई लड़ने आया हूं।"
"क्या कहा आपने...? नॉन स्टिक बर्तन ही ज्यादा अच्छे हैं क्योंकि उनमें खाना लगता नहीं। पर बहन जी उनमें खाना जल्दी बनता भी नहीं। एक मिनट के लिए आंखें बंद कीजिए और सोचिए कि अचानक मेहमान आ गए हैं और आपको फटाफट आधे घंटे में डिनर तैयार करना है तो आपका हाथ किसकी तरफ जाएगा पहले - मेरी तरफ या नॉन स्टिक बर्तन की तरफ़??"
"आया ना समझ अब आपको। जो मुसीबत में काम आए वो ही सच्चा दोस्त। तो अगली बार बेशक आप किसी की भी तारीफ करें पर साथ में मेरी भी करना ना भूलें वरना आपका ये दोस्त आपसे नाराज़ हो जाएगा और फिर कहीं ऐसा ना हो कि आप व्हिसल का इंतजार करती रहें और और आपकी दाल जल कर कोयला हो जाए। फिर ना कहना कि आपने पहले बताया नहीं था।"
आपका अपना , हमेशा विश्वसनीय
कूकर
शैली गुप्ता
Comments
Appreciate the author by telling what you feel about the post 💓
वाह
Thanks dear 😍
😂😂😂😂 मैं जा रही अपने कुकर को इज़्ज़त देने
😂😂😂
हाहाहा 😂
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