खूबसूरत सी धरा
खूबसूरत आकाश हो,
साथ में टिमटिमाते
तारों की बारात हो
निर्मल बहती नदियां
कलरव करते पक्षी हों,
हरियाली चारों तरफ
मन को हरती हो
शांत से वातावरण में
गिलहरी शोर मचाती हो
सेहत की चिंता
किसी को ना खाती हो
अब समझो सब
अपनी ज़िम्मेदारी को
यही हमारी सौगात हो
अब नई पीढ़ी को।
शैली गुप्ता
Comments
Appreciate the author by telling what you feel about the post 💓
Nice
Waah
Please Login or Create a free account to comment.