"मम्मी ये क्या है? ये क्यों है? इसका फायदा क्या है?" उफ्फ ये कभी ना ख़तम होने वाले प्रश्नों का सिलसिला और हर मां कुछ प्रश्नों के जवाब दे देती है और कुछ के गोल मोल कर देती है। कुछ में ये कहकर भी काम चलाना चाहती है कि इसके बारे में तो मुझे भी नहीं पता.... जिसके बाद चलता है बच्चों का ब्रह्मास्त्र..." नहीं, आपको पता है, मैंने देखा है अलमारी में आपकी..." और इसके बाद जो भी पास में खड़ा होता है वो चुप्पी लगा जाता है और मां बहाना बना कर कमरे से बाहर निकल जाती है।
हर मां को अपने बच्चों के प्रश्नों का सामना करना ही पड़ता है और अक्सर इनमें से काफी सारे प्रश्न उनकी उम्र के हिसाब से बड़े होते हैं। अब बच्चे भी बहुत स्मार्ट हो गए हैं। आप उन्हें और उनके प्रश्नों को टाल नहीं सकते अब।
इसलिए मैं कोशिश करती हूं उनके हर सवाल का जवाब देने की चाहे प्रश्न सुनकर मेरे माथे पर कितना ही पसीना क्यों ना आ जाए। पर जवाब देती उनके उम्र के हिसाब से ही हूं और उतना बता कर उन्हें ये भी कह देती हूं कि जैसे ये टॉपिक बहुत बड़ा है पर आपके सिलेबस में कम ही आया है आपकी उम्र के हिसाब से,... वैसे ही अभी इस प्रश्न का इतना उत्तर ही है आपकी उम्र के हिसाब से। अगले साल थोड़ा और बताऊंगी, अभी सारा समझ नहीं आएगा।
मेरा काम तो इस से चल जाता है। आप भी ट्राई करके बताना कि आपका काम इस से बना के नहीं।
शैली गुप्ता
Comments
Appreciate the author by telling what you feel about the post 💓
No comments yet.
Be the first to express what you feel 🥰.
Please Login or Create a free account to comment.