फिर मुस्करायेगा हिन्दुस्तान

Patriotic poetry

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Seema sharma Srijita
Seema sharma Srijita 11 Feb, 2021 | 1 min read
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गली -मौहल्ले सब बन्द पडे़ है 

हर शहर -गांव में लॉकडाउन 

ये वक्त भी टल जायेगा मान 

फिर से मुस्करायेगा हिन्दुस्तान |


मंदिरों में आरतियां गूजं उठेगीं 

मस्जिदों में नमाजें फिर से होगीं 

गुरूवाणी होगी गुरूद्वारों की शान 

फिर से मुस्करायेगा हिन्दुस्तान |


शादी ब्याह में फिर से सब हर्षित होगें 

अपनों से मिल अपने उल्लासित होगें 

फिर से बजेगी गीत -संगीत की तान 

फिर से मुस्करायेगा हिन्दुस्तान |


घर में रहकर सब साथ निभालो 

अपनों के संग हाथ बंटा लो 

धैर्य की तुम्हारे हो रही पहचान 

फिर से मुस्करायेगा हिन्दुस्तान |


झुकना हमको आता नहीं है 

रुकना हमने सीखा ही नहीं है 

हर हिन्दुस्तानी देश की जान 

फिर से मुस्करायेगा हिन्दुस्तान |


अनेकता में एकता का पाठ पढा़ते है 

प्रेम की पताका दुनिया में लहराते हैं 

महामारी का भी मिटा देगें नामोनिशान 

फिर से मुस्करायेगा हिन्दुस्तान |






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Seema sharma Srijita

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