तलाश

Love poetry

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Seema sharma Srijita
Seema sharma Srijita 30 Dec, 2020 | 1 min read

सर्द -ए -दिसम्बर में 

कुनकुनी धूप सी तलाश हो तुम 

आओ तो दिल को सुकुन मिल जाये 


जून -ए -भयंकर गर्मी में 

तड़पती सी बेहद प्यास हो तुम 

आओ तो सूखता गला फिर नम हो जाये 


 रूखे - सूखे पतझड़ में 

मनमोहक वसन्त की आस हो तुम 

आओ तो मन मेरा फूलों सा खिल जाये 


अतृप्त सी बंजर धरती मैं

 रिमझिम बरसात हो तुम 

आओ तो फसल सा संसार मेरा लहरा जाये 


नाम सुन धड़कता दिल मेरा 

 वो प्यारा सा एहसास हो तुम 

आओ तो दिल फिर धड़के 

और जिंदगी मुझको मिल जाये |


-सीमा शर्मा "सृजिता"

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