सच्चा प्रेम

Love poetry

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Seema sharma Srijita
Seema sharma Srijita 21 Feb, 2021 | 1 min read
1000poems Love

प्रेम जब सच्चा होता है ना 

तो इस कदर उतर जाता है

रूह में बस जाता है 


आसमान की ऊंचाई और 

धरती की गहराई से भी 

ऊंचा और गहरा हो जाता है 


सच्चा प्रेम जो होता है ना

वो कभी अधूरा नहीं होता

नाहीं कभी खत्म होता है


वो तो बढ़ता जाता है

समय के साथ हर दिन 

सांसो में यूं समाता है


जिसे चाहकर भी भुलाना 

कभी मुमकिन नहीं होता 

जो खुशियों की वजह और

मुस्कराहटों का घरौंदा होता है 


आंसू भी होते हैं इसमें 

विरह भी होता है 

तन्हाई भी होती है 

मिलन भी होता है 


असीमित भी होता है ये 

अटूट भी होता है 

मासूम भी होता है ये 

मजबूत भी होता है 


हर रिश्ते से ये 

खूबसूरत होता है 

चन्द लोगों को ही सही 

लेकिन आज भी होता है |

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Seema sharma Srijita

seemasharmapathak

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