Sarita Chawla
Sarita Chawla 19 May, 2023
जल
मैं हूँ मिट्टी के घड़े का जल , बुझाता हूँ प्यासों की प्यास हर पल, मिलता हूँ मैं घर घर और कभी सड़क किनारे भी मिल जाता हूँ , भीनीभीनी ख़ुशबू से महका देता हूँ मैं शीतल जल। रंगहीन जल है मेरा पर गुणों से है भरपूर, बूँद बूँद बचा लो मेरा , मैं हूँ तो है ये कल ।

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by saritachawla

19 May, 2023

पिक्चरप्रोम्प्ट ३

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