Sarita Chawla
02 Dec, 2022
कलाकार
अपनी कलम से शब्दों की महफ़िल सजाती हूँ ,
मैं क़लमकार हूँ कोई कलाकार नहीं ,
पर ये ना समझना की कला से प्यार नहीं ।
भूखे, नंगे बच्चों की तस्वीर वो बनाता है ,
बच्चे भूखे ही रहते, वो लाखों कमाता है ।
ऐसी कला से मुझे कोई सरोकार नहीं ,
मैं क़लमकार हूँ कोई कलाकार नहीं ।
Paperwiff
by saritachawla
02 Dec, 2022
न्यू कंटेस्ट
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