ये टूटता रिश्ता

आख़िरी हों तो अच्छा है

Originally published in hi
Reactions 0
401
Saket Ranjan Shukla
Saket Ranjan Shukla 29 Jan, 2021 | 1 min read
#my_pen_my_strength

हमारी ये मुलाकातें आख़िरी हों तो अच्छा है,

चुभने वाली ये बातें आख़िरी हों तो अच्छा है,


अच्छा हो कि अब रास्ते जुदा हो जाएँ हमारे,

झगड़े वाली वो रातें आख़िरी हों तो अच्छा है,


मुझे और कुछ नहीं चाहिए इस टूटते रिश्ते से,

ज़हर उगलते जज़्बात आख़िरी हों तो अच्छा है,


जो भी इल्ज़ाम हैं तुम्हारे कबूल करता हूँ दिल से,

ज़ार ज़ार करते सवालात आख़िरी हों तो अच्छा है,


दो ज़ख्म “साकेत" को जितना भी दिल चाहे तुम्हारा,

बस है दुआ कि ऐसे हालात आख़िरी हों तो अच्छा है।


BY:— © Saket Ranjan Shukla

IG:— @my_pen_my_strength

0 likes

Published By

Saket Ranjan Shukla

saketranjanshukla

Comments

Appreciate the author by telling what you feel about the post 💓

Please Login or Create a free account to comment.