ज़िम्मेदारियाँ

ज़िम्मेदारियाँ

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Saket Ranjan Shukla
Saket Ranjan Shukla 21 Aug, 2021 | 1 min read

गुमनाम शख़्स से इज्ज़तदार बनाती हैं,

हमें समाज में रहने का हक़दार बनाती हैं,


मुश्क़िलों में भी मुस्कुराना सीखा देती हैं हमें,

हमें हमारी खुशियों का सही दावेदार बनाती हैं,


भीड़ में सबसे अलग दिखता है व्यक्तित्व हमारा,

शख़्सियत में शालीनता दे हमें तमीज़दार बनाती हैं,


स्वार्थ में यूँ बेचैन होकर जीना भी भला कोई जीना है,

सुकून के पलों का ये हमें पूरा-पूरा हिस्सेदार बनाती हैं,


माना बोझ इन ज़िम्मेदारियों का है बड़ा भारी “साकेत",

मगर ये ज़िम्मेदारियाँ ही तो व्यक्ति का क़िरदार बनाती हैं।


BY:— © Saket Ranjan Shukla

IG:— @my_pen_my_strength

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Saket Ranjan Shukla

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