कब तक रास्ता देखोगे और कितना इंतजार करोगे,
कोई नहीं आएगा मदद को, कब खुदको तैयार करोगे,
मतलबी है दुनिया ये, कोई किसी का सहारा नहीं बनता,
जब तक हम कुछ काम ना आएं, कोई हमारा नहीं बनता,
सारे नाते झूठे हैं, बस एक तुमसे तुम्हारा रिश्ता ही सच्चा है,
ये बातें जितनी जल्दी समझ पाओ तुम, उतना ही अच्छा है,
तुम्हारी जीत की खुशी, सब तुमसे ज्यादा खुश होकर मनायेंगे,
मगर जब निराशा पल्ले पड़ेगी, सब हाथ छुड़ाते ही नजर आएंगे,
मदद उसी की करता है ये जमाना, जो ख़ुद की मदद कर पाते हैं,
और जो मान लेते हैं हार ख़ुद से, वो ऐसे ही अकेले ही रह जाते हैं,
समझो वक़्त के इशारे को और जीत जाने तक कोशिश बार बार करो,
हरा ना पाए सारा जमाना साथ मिलकर भी ख़ुद को इतना तैयार करो।
BY:— © Saket Ranjan Shukla
IG:— @my_pen_my_strength
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