मुझे मेरे इस किरदार से मिलाने का शुक्रिया,
यूँ मेरे वजूद का एहसास दिलाने का शुक्रिया,
थक चुका था मैं, सबके इशारों पर चलते हुए,
मुझे ही मेरा नया अंदाज़ सिखाने का शुक्रिया,
अपनी मंज़िल को दूसरों के राहों में ढूँढ़ता था,
मुझे, मेरे सफ़र से वाक़िफ कराने का शुक्रिया,
हज़ार गलतियाँ करता हूँ, बार बार बिखरता हूँ,
ये सब जानते हुए भी मुझे अपनाने का शुक्रिया,
कहती हो मुझसे कि तुमसे मेरा सब है “साकेत",
ऐसी ऐसी बातें करके, मुझे ख़ास बनाने का शुक्रिया।
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