तू ही है मेरा पहला एहसास, मेरी पहली आवाज भी तेरे नाम की है,
तू है तो मुश्किलें भी मुश्किल नहीं, तेरे बिना मंजिल भी नाकाम सी है,
बुरे वक़्त में एकमात्र सहारा तू और ये अच्छा समय तेरे होने से ही तो है,
तू साथ है तो खुशियाँ है ख़ामोशी में भी, तू नहीं तो महफिलें भी सुनसान सी हैं,
आज हारा मैं तो मेरी हिम्मत तू, अपने हाथों से लिखती है मेरी किस्मत तू,
जमाने भागे है कामयाबी के पीछे मेरे लिए तो मेरी मंजिल तू, मेरी जन्नत तू,
मेरे लिए दरिया तू है नैया भी तू, तू सहारा जीने का जिन्दगी का पहिया भी तू,
हजारों दुआएं तू माँगे है मेरे भले के लिए, लेकिन मेरे लिए तो एक बस मन्नत तू,
मैं इक फूल बगिया का मेरी माली तू, तेरे बिना ये मौसमें, ये बहारें बेजान सी लगेंगी,
तू साथ ही चल हर सफ़र में मेरे, नादान हूँ अब भी, ये राहें मुझे अनजान सी लगेंगी।
BY:— © Saket Ranjan Shukla
IG:— @my_pen_my_strength
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