स्व-आश्रित, स्व-प्रेरित

स्व-आश्रित, स्व-प्रेरित बनना जो सीख गए फिर कोई नहीं रोक सकता हमें

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Saket Ranjan Shukla
Saket Ranjan Shukla 17 Aug, 2020 | 1 min read
#poetry Life #hindipoetry Reality #my_pen_my_strength #hindi

अपने रास्ते मैं ख़ुद ही बना लेता हूँ,

तुम मुझे मेरी कौन सी राह दिखाओगे,

मैं मुश्किलों की भी मुश्किलें बढ़ा देता हूँ,

बताओ तो ज़रा आख़िर कैसे मुझे हराओगे,


मैंने, मुझे और मेरे किरदार को बखूबी परखा है,

और बाकी ही क्या रहा, जो तुम मुझे समझाओगे,

हौसलों से मेरे, मुझसे टकराने वाला तूफ़ान डरता है,

ख़ुद को आजमाने की हदें भी, क्या तुम मुझे बताओगे,


जब वक़्त है रहबर मेरा, तुम क्या मुझे जीना सिखाओगे,

काफी हूँ मैं खुद के लिए, तुम क्या मेरी मदद को आओगे।

BY:— © Saket Ranjan Shukla

IG:— @my_pen_my_strength

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Saket Ranjan Shukla

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