Saket Ranjan Shukla
Saket Ranjan Shukla 01 Dec, 2021
ज़रूरी है मुस्कुराना अब तो
खिलखिलाओ कि अब स्वांग रचाना होगा, गुनगुनाओ कि सिसकियों को दबाना होगा, नमक जेब में लिए फिर रहे हैं अपने तुम्हारे, मुस्कुराओ कि अपने ज़ख्मों को छुपाना होगा.! BY:— © Saket Ranjan Shukla IG:— @my_pen_my_strength स्वांग रचाना = ढोंग करना, नाटक करना(Masquerade)

Paperwiff

by saketranjanshukla

01 Dec, 2021

Masquerade

Comments

Appreciate the author by telling what you feel about the post 💓

Please Login or Create a free account to comment.