Saket Ranjan Shukla
Saket Ranjan Shukla 15 Jul, 2021
झुकना नहीं आया मुझे
बार बार हारकर भी रुकना नहीं आया, चलता ही रहा मैं, मुझे थकना नहीं आया, सफ़र में घायल हुए मेरे क़दम ज़रूर मगर, ज़ख्मों के आगे मुझे कभी झुकना नहीं आया.! BY:— © Saket Ranjan Shukla IG:— @my_pen_my_strength

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by saketranjanshukla

15 Jul, 2021

Struggle

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