Saket Ranjan Shukla
Saket Ranjan Shukla 20 May, 2021
दहेज़ प्रथा
इज़्ज़त की ख़ातिर ही इज़्ज़त गंवाते भी देखा है, मैंने एक बाप को भेंट में पगड़ी चढ़ाते भी देखा है, दहेज़ के लालची लोग तो देवतुल्य सम्मान पा रहे हैं, महादान करने वाले को, मैंने सर झुकाते भी देखा है.! कन्यादान = महादान By:— © Saket Ranjan Shukla IG:— @my_pen_my_strength

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by saketranjanshukla

20 May, 2021

Dowry

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