Saket Ranjan Shukla
28 Nov, 2022
कुछ तो रहम करो मुझपर
झूठ बोलते हुए मुझसे नज़रें न मिलाया करो,
सब्र को मेरे हर बार बेवज़ह न आज़माया करो,
कर दो रहम अब और बख़्श दो मुझे तन्हाई मेरी,
ख़ुद बेवफ़ाई कर, वफ़ा के मायने न समझाया करो.!
BY:— © Saket Ranjan Shukla
IG:— @my_pen_my_strength
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by saketranjanshukla
28 Nov, 2022
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