Saket Ranjan Shukla
Saket Ranjan Shukla 16 Aug, 2020
नया किरदार
गिरते गिरते आज यूँ ही सँभाल लिया खुदको, मुश्किलों के दलदल से निकाल लिया खुदको, मेरा, मैं रहना भी नामुमकिन सा लगने लगा था, इसलिए, नए किरदार में ही ढाल लिया खुदको..! BY:— © Saket Ranjan Shukla IG:— @my_pen_my_strength

Paperwiff

by saketranjanshukla

16 Aug, 2020

ज़िन्दगी एक रंगमंच है

Comments

Appreciate the author by telling what you feel about the post 💓

Please Login or Create a free account to comment.