Saket Ranjan Shukla
Saket Ranjan Shukla 02 Sep, 2024
आख़िर कैसे..?
तोड़कर दिल मेरा, मुझसे नज़रें मिला कैसे लेते हो, नाज़ुक पलकों तले नियत अपनी छुपा कैसे लेते हो, हैं ज़ख्म इतने गहरे कि चीख मेरी आसमां तक जाए, फ़िर भी कुरेदते हुए नासूर मेरे, यूँ मुस्कुरा कैसे लेते हो? BY :— © Saket Ranjan Shukla IG :— @my_pen_my_strength

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by saketranjanshukla

02 Sep, 2024

Broken

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