Saket Ranjan Shukla
Saket Ranjan Shukla 15 Nov, 2021
शर्तें तेरी
ख़ुद से दूर होकर तेरे क़रीब आ पाया हूँ, अपनी क़ीमत चुकाके तुझे कमा पाया हूँ, शर्तें तेरी अब भी ख़त्म होती दिखती नहीं, जाने कैसे मैं तुमसे अब तक निभा पाया हूँ.? BY:— © Saket Ranjan Shukla IG:— @my_pen_my_strength

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by saketranjanshukla

15 Nov, 2021

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