Saket Ranjan Shukla
Saket Ranjan Shukla 09 Apr, 2021
कामयाबी हर हाल में
बिस्तर के सिलवटों में आलस सारी छोड़ आया हूँ मैं, मैं मुझे रोक सकने वाली जंजीरें भी तोड़ आया हूँ मैं, आगे बढ़ना और कामयाब होना ही है मुझे हर हाल में, इसलिए अपने टूटते सपनों से भी मुँह मोड़ आया हूँ मैं.! BY:— © Saket Ranjan Shukla IG:— @my_pen_my_strength

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by saketranjanshukla

09 Apr, 2021

Life

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