Saket Ranjan Shukla
Saket Ranjan Shukla 23 Dec, 2020
हारा मैं
थक गया हूँ अब पैसों के पीछे भाग भागकर, ज़िन्दगी के होड़ में बेचैन रातें जाग जागकर, ख्वाहिशें तबाह हुई हैं, सपना कोई बचा नहीं, हारा मैं वक़्त से सुकून की भीख माँग माँगकर..! BY:— © Saket Ranjan Shukla IG:— @my_pen_my_strength

Paperwiff

by saketranjanshukla

23 Dec, 2020

Life

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