मैं बताता हूँ खुशियाँ कहाँ मिलेगी

अगर मनुष्य को खुशियों की लालसा है तो सिर्फ माँ के कदमों में खुशियाँ मिल सकती है, अन्यथा संसार में कहीं नही।।

Originally published in hi
❤️ 0
💬 0
👁 496
Sachin goel
Sachin goel 18 Apr, 2020 | 1 min read

मैं बताता हूँ ??खुशियाँ कहाँ मिलेंगी??

माँ के साथ कुछ पल बिता कर देखो,,

काम में माँ का हाथ बंटा कर देखो,,

कैसे आती है रोटियों में मिठास इतनी,,

माँ के लिए कभी रोटी बना कर देखो,,

कभी देखा नही होगा माँ को उदास भी,,

झूठी हँसी का नक़ाब तो हटा कर देखो,,

त्रिदेव भी नतमस्तक खड़े है माँ के आगे,,

कभी माँ के आगे शीश झुका कर देखो,,

क्या होती है माँ की ममता एहसास करो,,

कभी रोती हुई माँ को गले लगा कर देखो,,

बिखर जाएँगे तमाम जलवे क़ायनात के,,

कभी माँ को ममता से माँ बुलाकर देखो,,

@ सचिन गोयल सोनीपत

Ig,, burningtears797

0 likes

Support Sachin goel

Please login to support the author.

Published By

Sachin goel

sachin87bhq

Comments

Appreciate the author by telling what you feel about the post 💓

Please Login or Create a free account to comment.