बुजुर्ग होते वट वृक्ष की घनी छाँव,
उनके संग मिलता सुकून की ठाँव,
जन्नत सम सदा ही लगता है जीवन,
आशीर्वाद लें लें छूकर उनके पाँव।
उनके पास जीवन अनुभव का खजाना,
उनके बिना कहाँ रहे अपना ठिकाना,
धैर्य साहस हिम्मत का सिखलाये पाठ,
उनसे ही जीवन का मूल मंत्र जाना।
दें सदा उन्हें भरपूर प्यार और सम्मान,
उनको ही अपना शुभचिंतक जान,
उनके सिखाये गए जीवन गुरों पर,
बढ़ाये कदम अपना न रखें अभिमान।
उनके कष्टों को समझ उनका दे साथ,
सदा ही उनकी सेवा में बढ़ाये हाथ,
न कभी अपमानित करें उनको जीवन में
उनके चरण धूलि को लगाएं माथ।
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