मानव जीवन

मानव जीवन

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Ruchika Rai
Ruchika Rai 06 Oct, 2021 | 0 mins read




मानव जीवन हो सफल

इस जीवन को चरितार्थ करो।

अपने कर्तव्य से तुम सदा,

जीवन का तुम अर्थ गढो।


त्याग दो अपनी अकर्मण्यता,

मुश्किल का तुम हल ढूढो।

कठिन लगे जीवन की पहेली,

उसको तुम हर हाल बूझो।


काँटों के बीच खिले सुमन से,

अपना जीवन महकाओ।

राह में आये पत्थर को तुम,

अपने श्रम से तुम हटलाओ।


अनवरत तुमको बढ़ते जाना,

एक नया इतिहास गढ़ना है।

जीवन पथ पर सफल कदम

ऐसा कुछ तुमको करना है।

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Ruchika Rai

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