देश हित सर्वोत्कृष्ट

देश के बारे में सोचना

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Ruchika Rai
Ruchika Rai 30 May, 2021 | 1 min read



झूठा दम्भ ,मेरा तेरा का झगड़ा

धर्म जाति की वैमनस्यता

क्षेत्रीयवाद पर बहस

उन सबसे ऊपर 

बस एक ही सोच हो हावी

एक देश ,एक राष्ट्र ,एक गणतंत्र

देश हित सर्वोत्कृष्ट।


नही हो आपसी गुटबंदी,

न हो आपस में टकराव,

नही हो खुद को ऊँचा उठाने की ललक

बस एक बात हो 

देश की अस्मिता

देश का मान

इसके लिए सर्वस्व समर्पण की चाह

देश हित सर्वोत्कृष्ट।


राजनीति को भुलाकर

देश का ही सदा ख्याल रखें।

देश के विकास के लिए

हर यत्न प्रयत्न निरंतर ही करें।

न झुके सिर कभी किसी के सामने।

देश से ही हम और हम देश के लिए बनें।

देश हित सर्वोत्कृष्ट।




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