प्रेम

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Ruchika Rai
Ruchika Rai 13 Sep, 2021 | 0 mins read




प्रेम का एहसास दिल को हो गया है,

बेमायने था जो अब मुझमें खो गया है।


बातों से जिसके मुझको मिलता सुकून है,

वो नशा है या फिर लगता कोई जुनून है,

लफ्ज़ नही है उसको बयान कर सकूँ,

वो तो बिन पते का बनता मजमून है।


प्रेम का एहसास दिल को हो गया है...


उसके अपने होने का अद्भुत एहसास है,

लगता है वो मेरे दिल के बहुत ही पास है,

उससे जुड़ी हुई रंग जिंदगी की सारी,

डूबते हुए वजूद का बस वही आस है।


प्रेम का एहसास दिल को हो गया है....


मेरे मन में उसके लिए सारे जज्बात है,

जो बयां न कर सकूँ वो सारे ही बात है,

दिल की धड़कन में नाम लिखा है उसका,

वो ख्यालों में समाया दिन हो या रात हो।


प्रेम का एहसास दिल को हो गया है।

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