कवि और कविता

कवि की कविता

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Ruchika Rai
Ruchika Rai 10 May, 2021 | 0 mins read



कवि अपने दिल के जज्बात को,

अपने आस पास के हालात को,

मन पर लगे हुए गहरे आघात को,

जब शब्दों से सजाता है,

दुनिया को दिखलाता है,

वह शब्द वाक्य में बंध कर कविता कहलाता है।


कविता में दिल की वेदना छुपी होती ,

भावों की योजना छुपी होती,

मन की कल्पना और आकांक्षा बसी होती,

जितनी गहरी वेदना उतने गहरे शब्द

उससे भी गहरे भाव,

फिर अनायास मुख से निकलता वाह।

फिर कवि की कविता हर दिल को छू जाती है।


कवि की कविता आत्मा को झकझोर देती,

मन में उमंग भर देती,

समाज को आइना दिखलाती,

झूठ और सच का फर्क बतलाती,

सही और गलत का राह समझाती,

यही होती है कवि की कविता।



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