मेरी हथेलियों पर तेरे नाम के दस्तखत,
हर ख़्याल और एहसास में मौजूद है
तू मेरे रूह तलक़।
तेरे नाम का एक एक वर्ण जो मेरे हथेलियों
पर काबिज है,
जैसे आश्वस्त कर रहा हो
ये जिस्म और जान सब तुम्हारे हिफाजत
के लिए समर्पित है
और तू बना है मेरे लिए खुदा की रहमत।
मेरे हथेलियों पर तेरे नाम के दस्तख़त
एहसास कराते हैं अक्सर मुझे
मैं खास हूँ सदा तेरे लिए,
तू मेरे आस पास मौजूद है हर वक़्त।
तुम्हारे यादों के पैरहन में गुजरती है
सारी उम्र मेरी
तू मेरी जिंदगी की पूरी कर देगा हर जरूरत।
मेरी हथेलियों पर तेरे नाम के दस्तख़त
साक्षी है उन अनबोले रिश्तों क़े
उन वादों के,उन एहसासों के ,उन भावनाओं के
जो शुरू होते हैं तुमसे
और पूर्ण होते हैं पहुँचकर तुम तक।
और लगता है तू है मेरे लिए सबसे बड़ी नेमत।
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