शादी का बन्धन है पावन पवित्र,
भावनाओं का खूबसूरत संसार,
आपस में समर्पण और प्यार,
मर्यादाओं और संस्कारों का होता निर्वहन,
एक दूजे के लिए सम्मान अपार।
जिम्मेदारियों को निभाने की तैयारी,
अधिकारों की भी अपनी यारी,
सुख दुःख में मिलकर संग रहें,
कोई मुश्किल संग में नही लगे भारी।
शादी से जुड़े रिश्ते और खुशियां सारी।
ऋचाओं सा पवित्र बनाए,
वेदों मंत्रोच्चार मिलकर सब गाएं,
मंगल ही मंगल हो देखो फिर,
सप्तपदी के सारे वचन मिलकर निभाएं।
एक दूसरे पर अटूट विश्वास रहे,
एक दूजे के संग हक का साथ रहे,
वंश को मिलकर बढ़ाए दोनों,
सिर्फ तन का ही नही मन से साथ रहे।
शादी में दो परिवारों का मिलन हो,
दोनों परिवार की मान्यताएं संग हो,
संग लेकर चलें दोनों परिवारों को,
यही खूबसूरती सबको करें दंग हो।
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