आँखों में ढेरों सपने लिए,
चलती हैं जमाने की चाल से चाल मिला।
थोड़ी अकड़,थोड़ी लचक
आत्मविश्वास से लबरेज
जीती हैं हर रिश्ते को अपनी शर्तों पर।
संतुलन बनाना जान चुकी होती हैं
परिवार और रिश्तेदारों के बीच।
एहतियात भी रख लेती हैं दोस्तों के साथ।
जिंदादिली से जिंदगी को जीती हैं,
अपने लिए थोड़ा समय चुरा लेती हैं
ये 35 पार की स्त्रीयाँ।
अपने अधूरे सपने को पूरा करने की दिशा में
बड़ी गंभीरता के साथ ये कदम बढाती हैं।
अपने शौक को जीना शुरू कर देती हैं,
अपने प्रेम को भी लेकर सहज हो जाती हैं,
क्योकि वो समझती हैं यह है सहज क्रिया।
ये 35 पार की स्त्रीयाँ।
अपने बच्चों में अपने बचपन को देखती हैं,
उनकी पीड़ा को महसूस करती हैं
उनकी मनःस्थिति को समझती हैं,
उनके जरूरतों पर भी विचार करती हैं,
क्योंकि उम्र के उस दौर को करीब से देख चुकी होती हैं
ये 35 पार की स्त्रीयाँ।
होती हैं पहले से अधिक बेखौफ,
पहले से अधिक आत्मविश्वासी,
पहले से अधिक दृढ़ निश्चयी,
पहले से अधिक मजबूत,थोड़ी अल्हड़ ,थोड़ी गंभीर
ये 35 पार की स्त्रीयाँ।
Comments
Appreciate the author by telling what you feel about the post 💓
उत्कृष्ट अभिव्यक्ति
बहुत सही❤️❤️
बहुत सुंदर
शुक्रिया आप सभी को
Please Login or Create a free account to comment.