कर्म

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Ruchika Rai
Ruchika Rai 17 Aug, 2022 | 0 mins read

मानव जीवन मिला है कुछ सत्कर्म किये जाओ,

अपने कर्मो से ही सदा अपनी पहचान बनाओ।


आ सके दूसरों के काम तभी जीवन सफल हो,

अपने कर्मो को देश और समाज हित में लगाओ।


अकर्मण्य अगर मनुष्य हो तो सम्मान नही मिलता,

कर्मठ बन अपने कर्मो से सदा ही सम्मान पाओ।


जीवन के टेढ़े मेढ़े रास्ते और लक्ष्य बड़ी दूर है,

कर्म ऐसे करो की मंजिल को पास लाओ।


कर्म सिर्फ ऐसा न हो कि खुद का लाभ हो,

कर्म से जरूरतमंदों को भी मदद सदा दिलाओ।


मानव जीवन व्यर्थ है अगर कर्म अपेक्षित न हो,

कर्म से असंभव को तुम सम्भव करके दिखाओ।

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