नशे की आदत,फीकी करे जिंदगी की रौनक,
नही होने देती ये पूरी जिंदगी की सारी जरूरत।
छोड़ दो अपने स्वास्थ्य को खतरे में डालना,
अगर जिंदगी से है तुम को थोड़ी भी मुहब्बत।
नशा में डूबकर नही परेशानियों से भाग सकते,
उसके लिए चाहिए तुम्हारे अंदर होनी हिम्मत।
अपने परिवार की खुशियों के लिए छोड़ो नशा,
यही होगी सच्ची तुम्हारी प्रभु की इबादत।
पान तम्बाकू गुटखा शराब ये है धीमा जहर,
इस जहर को लेने की नही है तुम्हें इजाजत।
स्वस्थ तन और मन के लिए सदा ही तुम,
छोड़ो नशा करने वालों की ये बुरी सोहबत।
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