पापा

मेरे पापा

Originally published in hi
❤️ 0
💬 0
👁 413
Ruchika Rai
Ruchika Rai 09 Jun, 2022 | 0 mins read

मेरे जीवन के मजबूत आधारस्तम्भ,

उनके बिना निरर्थक है ये जीवन

वट वृक्ष समान विशाल है अस्तित्व,

मेरे पापा ही है मेरा अडिग संबल।


तपती धूप में हैं वह शीतल झोंका,

हमारी गलतियों पर हैं सदा ही टोका,

अनुशासन का पाठ पढ़ाया सदा ही,

गलत राह पर चलने से उन्होंने रोका।


बनकर पथप्रदर्शक वह सदा ही रहे,

मेरी पीड़ा को समझा मेरे बिना कहे,

हमारी जरूरतों को पूरा करने के लिए,

हर दुख तकलीफ उन्होंने चुपके से सहे।

0 likes

Support Ruchika Rai

Please login to support the author.

Published By

Ruchika Rai

ruchikarai

Comments

Appreciate the author by telling what you feel about the post 💓

Please Login or Create a free account to comment.