ठहराव

ठहराव

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Ruchika Rai
Ruchika Rai 16 Feb, 2023 | 1 min read

एक ठहराव सा जो मेरे चेहरे पर नजर आता है,

वह एक लंबे संघर्षों का नतीजा है,

और मुद्दतों के अनुभवों का सरमाया है,

जिसने मेरे अंदर संयम और दृढ़ता को लाया है।


यह ठहराव मेरे आत्मविश्वास को मजबूत करता,

मेरे हौसलों और हिम्मत को परवाज़ देता,

नये लक्ष्य की तरफ बढ़ने के लिए प्रेरित करता,

 जीवन को नये नजरिये से देखना मुझे सिखलाया है।


इस ठहराव में बचपन की चपलता नही,

इस ठहराव में यौवन की चंचलता नही,

इस ठहराव में जिम्मेदारियों की झलक,

यह ठहराव आगे बढ़ने के जोश को बढ़ाया है।

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