जिंदगी

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Ruchika Rai
Ruchika Rai 13 Sep, 2021 | 0 mins read

जिंदगी के रास्ते बड़े टेढ़े मेढ़े,

उबड़ खाबड़ पथरीले लगे मेरे,

काँटे चुभे कभी रास्ते में

फूल बनकर लगे कभी लगे सुनहरे।

जिंदगी के इम्तिहान बड़े कठिन है,

मुश्किलों भरे लगे रात या दिन है,

रोज देनी पड़ती हमें है परीक्षा,

नित हमें मिलते संघर्ष नवीन है।

आशाओं के डोर थामे चले हम,

निराशाओं को दूर करें हम,

मन में यह विश्वास है जगाये,

नित नवीन पथ पर बढ़े हम।

सुख दुख संग संग ही चले,

तूफानों को पार करते ही रहे,

कभी सुहानी बयार सी लगे ये,

कभी झंझावातों को हम सहे।

जिंदगी हमें चलना सीखाती है,

गिरना और संभलना सीखाती है,

गिरकर खुद ही उठे हम,

इस तरह आगे बढ़ना सीखाती है।

रोते हुए को सदा ही हँसाये,

होठों पर सदा मुस्कान सजाये,

जीने का गुर जो सीख जाये,

जिंदगी इस तरह हमें आजमाती है।

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