आखिरी मुलाकात

आखिरी मुलाकात

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Ruchika Rai
Ruchika Rai 05 Jul, 2022 | 0 mins read

आखिरी मुलाकात के किसी बहाने से

आ जाओ तुम यार अपने आशियाने से,

न जाने कौन सी मुलाकात आखिरी हो,

निभा लो एक रिश्ता अपने दीवाने से।


पल पल में जिंदगी यूँही बदलती है,

हमारी सोचों के अनुसार कब ठहरती है,

आखिरी मुलाकात का इंतजार न कर,

मिलन की हर चाहत में ये सँवरती है।


आ जाओ की जीने के अरमान हो पूरे,

आ जाओ की चाहत न रहे कभी अधूरे,

जिंदगी को इंद्रधनुषी रंग दिखाने के लिए

आ जाओ की नही कोई कभी हैं बुरे।


आखिरी मुलाकात सोच कर डरना नही,

बेवज़ह किसी से कभी तुम लड़ना नही,

जिंदगी की दुश्वारियाँ भुलाने के लिए,

घुट घुट कर कभी तुम यूँ मरना नही।

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