Ruchika Rai
17 Aug, 2022
चतुराई
उलझनों से स्वयं को चतुराई से निकाल,
मुस्कुराने का हुनर था मेरा बड़ा कमाल,
कुछ तो मजबूरियों का काफिला संग चला,
वक़्त ने देखो कैसे बदल दी अपनी चाल।
Paperwiff
by ruchikarai
17 Aug, 2022
Microfable contest
Comments
Appreciate the author by telling what you feel about the post 💓
No comments yet.
Be the first to express what you feel 🥰.
Please Login or Create a free account to comment.