Ruchika Rai
Ruchika Rai 02 May, 2022
गुफ़्तगू
तेरे मेरे दरमियां चलती हैं जो मौन गुफ़्तगू, आँखें ही बोलती हैं जुबां से क्या मैं कहूँ, मौन पर भारी पड़ा है धडकनों का शोर ये, तुम सुनो मेरी धड़कनों को यही आरजू।

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by ruchikarai

02 May, 2022

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