Ruchika Rai
Ruchika Rai 01 Sep, 2022
मंजिल
मंजिल के रास्तों में बाधाओं का कैसा डर, तू हिम्मत और हौसले से बाधाओं को पार कर, उबड़ खाबड़ और पथ में कंकड़ लाख बिछे, तू हँसते हुए इनको पार कर और आगे बढ़।

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by ruchikarai

01 Sep, 2022

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