Ruchika Rai
28 Jan, 2023
देश का बसंत
बसंत जहाँ हो दुखों का अंत।
समानता सद्भाव और भाईचारे में रहे देश का बसंत
हर निश्छल मुस्कान में ,सीमा पर डटे वीर जवान की हिम्मत में है देश का बसंत।
और देश का बसंत भूखों के दो कौर मिले निवाले और उनके आत्मसम्मान में है।
Paperwiff
by ruchikarai
28 Jan, 2023
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